अच्छा लगे बड़ा ही , कुदरत का ये वर्ताव.
चढ़ने को है सूरज ,बढ चली है नाव.
वृक्षों की पत्तियों पर ,ओस का ये छिडकाव.
अकड़ी सी टहनियों में , यूँ बला का घुमाव.
नटखट सी नदी का , अलबेला सा ठहराव.
महकी सी हवा का , शर्मीला सा बहाव .
चहकते से पंछियों का ,तट पर ये जमाव .
गुनगुनाते से दिल में ,उमड़ते ये भाव .
अच्छा लगे बड़ा ही ,कुदरत का ये वर्ताव .
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